Delhi Electric Buses: दिल्ली सरकार ने राजधानी में सार्वजनिक परिवहन को और अधिक साफ-सुथरा, आरामदायक और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब 2 मई 2025 से दिल्ली की सड़कों पर 330 नई एसी इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। ये बसें ‘दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटीग्रेशन (DEVI)’ योजना के तहत चलाई जाएंगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है—लास्ट माइल कनेक्टिविटी को सुधारना और दिल्ली को एक हरित तथा टिकाऊ शहर बनाना।
कितनी और कैसी बसें होंगी?
DEVI योजना के तहत कुल 330 एसी इलेक्ट्रिक बसें राजधानी में चलाई जाएंगी। ये दो श्रेणियों में होंगी:
- 9 मीटर लंबी मिनी इलेक्ट्रिक बसें: कुल 250 बसें। ये बसें संकरी गलियों और रिहायशी कॉलोनियों में चलेंगी।
- 12 मीटर लंबी स्टैंडर्ड इलेक्ट्रिक बसें: कुल 80 बसें। इन्हें मुख्य मार्गों पर चलाया जाएगा।
इन बसों से यात्रियों को आरामदायक सफर मिलेगा और साथ ही वायु प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलेगी।
क्यों जरूरी है इलेक्ट्रिक बसों का विस्तार?
दिल्ली जैसे बड़े शहर में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है। ऐसे में इलेक्ट्रिक बसों का विस्तार बहुत आवश्यक है। इसके प्रमुख कारण हैं:
- शून्य उत्सर्जन: इलेक्ट्रिक बसें धुआं नहीं छोड़तीं, जिससे वायु प्रदूषण घटता है।
- कम आवाज: ये बसें बेहद कम शोर करती हैं, जिससे ध्वनि प्रदूषण भी घटता है।
- कम खर्चीला संचालन: डीजल और सीएनजी की तुलना में इलेक्ट्रिक बसों का खर्च कम होता है।
- स्मार्ट शहर की ओर एक कदम: ये बसें दिल्ली को स्मार्ट और टिकाऊ शहर बनाने की दिशा में मददगार हैं।
लास्ट माइल कनेक्टिविटी में सुधार
DEVI योजना का एक मुख्य उद्देश्य है—लोगों को मेट्रो स्टेशन और बस अड्डों से उनके घरों तक पहुंचाना।
- ये मिनी बसें उन क्षेत्रों में चलाई जाएंगी जहां बड़ी बसें नहीं जा सकतीं।
- मेट्रो स्टेशनों, बस अड्डों और रिहायशी इलाकों को जोड़ने के लिए इन्हें विशेष रूट पर चलाया जाएगा।
- इससे ऑटो और टैक्सी जैसी निजी सेवाओं पर निर्भरता घटेगी।
नई इलेक्ट्रिक बसों की प्रमुख विशेषताएं
दिल्ली सरकार की ये नई बसें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी:
- फुली एसी बसें: गर्मी में यात्रियों को ठंडक का अनुभव मिलेगा।
- सुरक्षा की गारंटी: सभी बसों में CCTV कैमरे, जीपीएस ट्रैकिंग और पैनिक बटन लगे होंगे।
- दिव्यांगजन के लिए रैम्प: व्हीलचेयर यूजर्स के लिए खास सुविधा।
- फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी: 45 मिनट में बसें चार्ज होकर 200 किमी तक चल सकेंगी।
- डिजिटल टिकटिंग: स्मार्ट कार्ड और डिजिटल पेमेंट की सुविधा उपलब्ध होगी।
सरकार के प्रयास और भविष्य की योजना
दिल्ली सरकार पिछले कुछ वर्षों से इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दे रही है:
- पहले से ही सैकड़ों इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों पर चल रही हैं।
- सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में 80% पब्लिक ट्रांसपोर्ट इलेक्ट्रिक हो जाए।
- इसके लिए चार्जिंग स्टेशन बढ़ाए जा रहे हैं और नए रूट्स भी तय किए जा रहे हैं।
यात्रियों को होंगे ये फायदे
नई इलेक्ट्रिक बसें यात्रियों के लिए कई मायनों में फायदेमंद हैं:
- गर्मी में आरामदायक एसी सफर।
- कम किराया और सस्ता परिवहन।
- पर्यावरण के प्रति योगदान का संतोष।
- समय पर चलने वाली, सुरक्षित और आधुनिक तकनीक वाली सेवा।
निष्कर्ष
DEVI योजना के तहत 2 मई से दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाली 330 नई एसी इलेक्ट्रिक बसें न केवल परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाएंगी, बल्कि वायु प्रदूषण को घटाकर दिल्ली को एक स्वच्छ और स्मार्ट शहर बनाने में भी अहम भूमिका निभाएंगी। आने वाले समय में जब ये बसें और अधिक संख्या में चलेंगी, तब हर नागरिक को इसका सकारात्मक असर महसूस होगा।