इन कर्मचारियों की रिटायरमेंट Age घटाई, यह बड़ा बदलाव देख सभी चौक गए Retirement Age

Retirement Age: मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत काम करने वाले संविदा (कॉन्ट्रैक्ट) स्वास्थ्य कर्मचारी और अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है. ये हड़ताल बुधवार से शुरू हुई है. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उनकी लंबे समय से चली आ रही समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है.

इन कर्मचारियों ने सरकार से नियमित नियुक्ति (permanent job), संविदा नीति में बदलाव और सेवाओं में सुधार जैसी कई मांगें की थी. लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.

Read Also : इस राज्य के स्कूलों के सिलेबस में हुए बड़े बदलाव, नए किताबें बनाने काम हुआ शुरू School Syllabus Changes

हड़ताल की मुख्य वजहें क्या हैं?

संविदा कर्मचारियों ने 8 अहम मांगें रखी हैं, जिनकी वजह से उन्होंने हड़ताल शुरू की:

  1. संविदा नीति 2025 में बदलाव किया जाए.
  2. खाली पड़े पदों पर 50% संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए.
  3. रिटायरमेंट उम्र 65 से घटाकर 62 साल करना गलत है, इसे वापस लिया जाए.
  4. अनुबंध प्रणाली (contract system) को खत्म कर स्थायी नियुक्ति दी जाए.
  5. छुट्टियों में कटौती (EL और मेडिकल छुट्टियों को अलग करना) खत्म की जाए.
  6. कर्मचारियों को NPS, ग्रेच्युटी, DA, स्वास्थ्य बीमा जैसी सुविधाएं दी जाए.
  7. अप्रेजल सिस्टम (performance review) में सुधार किया जाए.
  8. समान काम करने वालों को समान वेतन मिले – वेतन में भेदभाव खत्म हो.

चुनावी वादे रह गए अधूरे

संविदा कर्मचारियों का कहना है कि 2023 चुनाव से पहले उस समय के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा कर्मचारियों के लिए कई घोषणाएं की थी. लेकिन आज तक कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ. अप्रैल से आंदोलन चल रहा था, लेकिन जब सरकार ने सुनवाई नहीं की, तो कर्मचारी अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए.

कितने कर्मचारी हड़ताल में शामिल?

प्रदेशभर में करीब 32,000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हो चुके है.
उन्होंने अपने काम बंद कर दिए हैं और अधिकारियों को हड़ताल की सूचना भी दे दी है.

इसका असर कहां दिख रहा है?

इस हड़ताल का सबसे ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पड़ रहा है.
क्योंकि वहां पहले से ही स्टाफ की कमी थी, और अब स्थिति और बिगड़ गई है.

Read Also : इन 11 राज्यों के इन जगहों पर 72 घंटो में होनेवाली है बारिश, जानिए पूरी Imd Weather Update

कई सेवाएं प्रभावित हो रही हैं, जैसे:

  • टीकाकरण (Vaccination)
  • मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं (Mother & Child Care)
  • सामान्य ओपीडी सेवाएं (OPD)
  • मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम

सरकार का क्या रुख है?

अब तक सरकार की तरफ से कोई साफ जवाब या हल नहीं आया है.
सूत्रों के मुताबिक, सरकार अंदरूनी स्तर पर विचार कर रही है, लेकिन कर्मचारियों को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है.

स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी

हड़ताल लंबी चली तो स्वास्थ्य विभाग के लिए मुश्किलें और बढ़ेंगी.
पहले से ही सीमित संसाधनों और स्टाफ की कमी से जूझ रहे अस्पताल अब और दबाव में आ जाएंगे.

कर्मचारियों का ऐलान – मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा

संविदा कर्मचारी संघ ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी सभी 8 मांगें सरकार पूरी नहीं करती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्दी कोई समाधान नहीं निकाला तो आंदोलन और तेज किया जाएगा.

Read Also : श्रमिकों के बच्चों को सरकार दे रही है इतने पैसों की मदद, जानिए WORKERS GOVT SCHEME

निष्कर्ष

मध्यप्रदेश में NHM कर्मचारियों की यह हड़ताल राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है.
सरकार को जल्द से जल्द बातचीत कर समाधान निकालना होगा, नहीं तो मरीजों को और ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

Leave a Comment